Posts

Showing posts from December 5, 2010

धनजी देवासी सरनाऊ

सांचौर :- निकटवर्ती सरनाऊ गांव व उसकी सरहद में करीब बीस बीघा ओरण क्षेत्र में सुबह व शाम को राष्ट्रीय पक्षी मोरों को दाने देने की मनुहार होती है। ओरण में सरनाऊ गांव के धनजी देवासी सुबह व शाम को मोरों के लिए चुग्गे दाने का ध्यान रखते है। अकाल की मार हो या तेज गर्मी या फिर शीतलहर। मोरों के प्रति मोह के चलते वे हर मौसम में उनके लिए दाना-पानी की व्यवस्था करते नजर आते है। यह देवासी की मोर सेवा का ही परिणाम है कि आज यहां पर सैकडों मोर विचरण करते नजर आते है। रोज सुबह उनके पिताजी दाने डालते थे अब वो उनका काम संभाले हुए है आज वो सरनाऊ गाव के सरपंच है धनजी देवासी सरनाऊ आज गाव की बराबर देख रेख रखते है ॥ सरनाऊ गाव में ५० साल में काम नहीं हुआ ॥ वो उन्नो पाच साल में करके दिखाया है उन पर माँ वोकल माता जी का आशीर्वाद है जय जोग माया री