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Showing posts from March 15, 2009

जीवंत हुई ग्राम्य संस्कृति

जालोर। शीतला सप्तमी के उपलक्ष्य में मंगलवार से शुरू हुए दो दिवसीय मेले के पहले दिन ग्राम्य संस्कृति की झलक के साथ-साथ शीतला माता के प्रति आस्था नजर आई।जिलेभर से उमडे हजारों श्रद्धालुओं की भीड दिन भर माता के दर्शनों के लिए बेताब नजर आई। ग्राम्यांचलों से उमडी हजारों की भीड का देहाती वेश शहरी संस्कृति पर भारी नजर आया।मेले में सबुह से ही भीड जुटनी शुय हो गई थीं। लोगों ने शीतला माता की पूजा-अर्चना तथा प्रसादी चढाकर माता के समक्ष शीश नवाकर खुशहाली की कामना की। ज्यों-ज्यों दिन चढता गया मेला परिसर में लोगों की संख्या भी बढनी शुरू हो गई। दोपहर होते-होते मेला परवान पर चढ गया। तेज धूप तथा गर्मी के बावजूद लोगों ने लाइन में खडे रहकर शीतला माता के दर्शन किए। मेले में आए हजारों लोगों की भीड को नियंत्रित करने के लिए तैनात पुलिस कर्मी दिन भर व्यवस्था बनाए रखने के लिए मशक्कत करते रहे। मेले में अपने परिवार जनों के साथ आए बच्चों ने दिन भर कुल्फी, आइसक्रीम तथा अन्य वस्तुएं खाने का लुत्फ उठाया। बच्चों ने मेले में आई बांसुरी, खिलौने, गुब्बारों सहित कई प्रकार के खिलौने खरीदे। गांवों से आए युवकों ने मेले में आ

गो माता की जय .

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मतदाता सूची : नाम जुडवाने का अंतिम मौका 10 तक

जयपुर, 17 मार्च। मतदान के योग्य जिन लोगों के नाम अभी तक मतदाता सूची में दर्ज नहीं हो सके हैं, उनके लिए निर्वाचन विभाग ने अंतिम मौका 10 अप्रैल तक का दिया है। ऎसे लोग 10 अप्रेल तक फार्म 6 भरकर दे सकते हैं। यह जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद जुत्शी ने दी। उन्होंने कहा कि ईवीएम मशीन के बारे में जानकारी देने के लिए पूरे राज्य में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है जो आगामी 10 अप्रेल तक चलेगा। मुख्य निर्वाचन अघिकारी ने अजमेर स्थित पटेल इन्डोर स्टेडियम में लोकसभा निर्वाचन के संबंघ में संभाग के चारों जिलों के सहायक रिटर्निंग अघिकारियों को प्रशिक्षण के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने सभी सहायक रिटर्निंग अघिकारियों को उनके क्षेत्र में लोकसभा निर्वाचन प्रक्रिया प्रारंभ होने से पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर लेने, चुनाव कार्य से जुडे अन्य अघिकारियों के साथ सशक्त समन्वय एवं संवाद कायम रखने और चुनाव संपन्न होने तक निर्वाचन आयोग एवं आदर्श आचार संहिता के अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए।

बदले मौसम ने उडाई किसानों की नींद

जयपुर, 20 मार्च। पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार को अचानक मौसम में आए बदलाव ने प्रदेश के किसानों की नींद उडा दी है। लगभग पूरे राज्य में आज तेज हवाओं के साथ कई स्थानों पर बरसात और ओले गिरे। इससे किसानों की फसलों को खास नुकसान होने की संभावना बढ गई है। राज्य में मौसम में यह बदलाव गुरूवार से ही शुरू हो गया था। गुरूवार को उदयपुर संभाग में तेज हवाओं के साथ कई जगह हल्की वर्षा हुई और कहीं कहीं ओले गिरे थे। शुक्रवार को इसने उदयपुर डिवीजन को छोड पूरे राज्य को अपनी गिरफ्त में ले लिया। इससे खेतों में खडी पकी हुई फसल के अलावा खलिहान में पडी फसलों को भी नुकसान होने के समाचार हैं। सबसे ज्यादा नुकसान खलिहान में पडी सरसों एवं जौ की फसल को होने की संभावना है। मौसम में आए इस बदलाव से पारा काफी नीचे आ गया और ठंडी हवाओं ने लोगों को फिर से गर्म कपडों की बाहर निकलवा दिया। गर्मी से परेशान लोगों को इससे राहत महसूस हुई है।

बदले मौसम ने उडाई किसानों की नींद

जयपुर, 20 मार्च। पश्चिमी विक्षोभ के कारण शुक्रवार को अचानक मौसम में आए बदलाव ने प्रदेश के किसानों की नींद उडा दी है। लगभग पूरे राज्य में आज तेज हवाओं के साथ कई स्थानों पर बरसात और ओले गिरे। इससे किसानों की फसलों को खास नुकसान होने की संभावना बढ गई है। राज्य में मौसम में यह बदलाव गुरूवार से ही शुरू हो गया था। गुरूवार को उदयपुर संभाग में तेज हवाओं के साथ कई जगह हल्की वर्षा हुई और कहीं कहीं ओले गिरे थे। शुक्रवार को इसने उदयपुर डिवीजन को छोड पूरे राज्य को अपनी गिरफ्त में ले लिया। इससे खेतों में खडी पकी हुई फसल के अलावा खलिहान में पडी फसलों को भी नुकसान होने के समाचार हैं। सबसे ज्यादा नुकसान खलिहान में पडी सरसों एवं जौ की फसल को होने की संभावना है। मौसम में आए इस बदलाव से पारा काफी नीचे आ गया और ठंडी हवाओं ने लोगों को फिर से गर्म कपडों की बाहर निकलवा दिया। गर्मी से परेशान लोगों को इससे राहत महसूस हुई है।

चिमनी का उजास निम्बाराम

सांचौर [जालोर], सरनाऊ के रेबारी परिवार में जन्में निंबाराम देवासी का भारतीय प्रशासनिक सेवा में 470वीं रेंक पर चयन हुआ है। देवासी ने बताया कि इसकी प्रेरणा उन्हेें बड़े भाइयों से मिली। उन्होंने कहा कि पूरे परिवार व दोस्तों के सहयोग बिना वे शायद मजिंल की सीिढ़यों के बीच में ही अटक जाते। माता-पिता को तो ठीक से यह पता भी नहीं था कि वे क्या कर रहे हैं। बस उनका आशीर्वाद और विश्वास सदा साथ रहा और वे पढ़ते गए। वे प्रशासनिक सेवा में वचिंत व गरीब मानव की सेवा करने का उद्देश्य लेकर कार्य करेंगे। ढाणी में बसता है परिवार सोनाराम देवासी के घर हीरादेवी देवासी की कोख से जन्मे निम्बाराम के परिवार में सांवलाराम व रायचंद दो बड़े भाई व एक बहन मूंगी है। परिवार का मुख्य व्यवस्ााय कृषि व पशुपालन हैं। एक बड़ा भाई मेल नर्स है। गांव की आबादी से करीब तीन किलोमीटर दूर ढाणी में संयुक्त परिवार निवास करता हैं। देवासी ने बताया कि वे प्रतिदिन विद्यालय तक तीन किलोमीटर पैदल चलकर जाया करते थे। उस समय वे चिमनी के उजाले में अध्ययन करते थे। ऐसे पूरी हुई शिक्षा देवासी ने प्राथमिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक विद्यालय हुकमा की ढाणी सरनाऊ

भाजपा-कांग्रेस ने जालोर सीट को बनाया जातीय फुटबाल

भाजपा ने जालोर-िसरोही लोकसभा के पड़ोसी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर अपना काम कुछ हल्का कर दिया लेकिन इन घोषित सीटों के उम्मीदवारों ने भाजपा नेताओं का जालोर सिरोही सीट पर प्रत्याशी तय करने का काम जटिल बना दिया है। उधर कांग्रेस के नेताओंðभी जालोर-िसरोही लोकसभा सीट पर जातिय समीकरण के आधार पर उम्मीदवार तलाशने की प्रक्रिया चला रखी है। भाजपा कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित करने की राह देख रही है वहीं कांग्रेस भाजपा के निर्णय का इंतजार कर रही है। भाजपा द्वारा पहली सूची में जालोर-िसरोही के पास सीट जोधपुर से जसवंत सिंह विश्नोई पाली से पुष्प जैन तथा बाड़मेर से मानवेन्द्र सिंह को घोषित कर दिया है लेकिन ये तीनों उम्मीदवार जालोर पर जातीय आधार पर टिकट दिलाने की लांबिंग कर रहे हैं। बाड़मेर से भाजपा उम्मीदवार मानवेन्द्र सिंह जालोर-िसरोही से राजपुरोहित जाति के उम्मीदवार को टिकट दिलाने के लिए इच्छुक है क्योंकि कांग्रेस से उनके समाने चौधरी जाति के हरीश चौधरी की उम्मीदवरी तय मानी जा रही है। ऐसी स्थिति में मानवेन्द्र सिंह बाड़मेर जिले के प्रमुख वोट बैंक राजपुरोहित जाति को अपने साथ रखना चाहते हैं यह तभ

भाजपा-कांग्रेस ने जालोर सीट को बनाया जातीय फुटबाल

भाजपा ने जालोर-िसरोही लोकसभा के पड़ोसी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर अपना काम कुछ हल्का कर दिया लेकिन इन घोषित सीटों के उम्मीदवारों ने भाजपा नेताओं का जालोर सिरोही सीट पर प्रत्याशी तय करने का काम जटिल बना दिया है। उधर कांग्रेस के नेताओंðभी जालोर-िसरोही लोकसभा सीट पर जातिय समीकरण के आधार पर उम्मीदवार तलाशने की प्रक्रिया चला रखी है। भाजपा कांग्रेस के उम्मीदवार घोषित करने की राह देख रही है वहीं कांग्रेस भाजपा के निर्णय का इंतजार कर रही है। भाजपा द्वारा पहली सूची में जालोर-िसरोही के पास सीट जोधपुर से जसवंत सिंह विश्नोई पाली से पुष्प जैन तथा बाड़मेर से मानवेन्द्र सिंह को घोषित कर दिया है लेकिन ये तीनों उम्मीदवार जालोर पर जातीय आधार पर टिकट दिलाने की लांबिंग कर रहे हैं। बाड़मेर से भाजपा उम्मीदवार मानवेन्द्र सिंह जालोर-िसरोही से राजपुरोहित जाति के उम्मीदवार को टिकट दिलाने के लिए इच्छुक है क्योंकि कांग्रेस से उनके समाने चौधरी जाति के हरीश चौधरी की उम्मीदवरी तय मानी जा रही है। ऐसी स्थिति में मानवेन्द्र सिंह बाड़मेर जिले के प्रमुख वोट बैंक राजपुरोहित जाति को अपने साथ रखना चाहते हैं यह तभ

अम्बा-अरदास

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चढ़ो म्रगप महा माया, चामुण्ड़ा चिरताळी। मद री छांका छक कर माता, धार त्रिसूल धजाली॥ चण्ड मुण्ड भड़ राकस, चंडा, मार दिया मतवाली। आज सैकड़ा राकसड़ा मिल, मचा रिया पैमाली॥ समंद कोट में रावण समरथ, वर पाकर मुंडमाली। न्याय नीत नै लोप कोप कर, चाली चाल कुचाली॥ फलचर समंद फांद हिक पळ में, लंका कोट प्रजाली। दस-कंधर रा दस कंध छाग्यां, संत साध प्रतपाली॥ जद जद हुई धरम घर हाणी, धारी खड़ग भुजाली। रजवट वट प्रतपालक देवी, जय अम्बे जय काली॥

शिविर के बाद मिले "बुलावा पत्र"

जालोर। बेरोजगार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रोजगार विभाग के तत्वावधान में आयोजित किए जाने वाले शिविर की जानकारी के लिए युवाओं को भेजे जाने वाले बुलावा पत्र शिविर समाप्त होने के बाद मिल रहे हैं। इसे रोजगार विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही कहें या डाक विभाग की लेटलतीफी, लेकिन लापरवाही के कारण बेरोजगार युवक की उम्मीदों पर पानी फिर गया। राजस्थान आजीविका मिशन तथा रोजगार विभाग के संयुक्त त्वावधान में 25 फरवरी को एक दिवसीय रोजगार शिविर आयोजित किया गया था। शिविर की जानकारी देने के लिए रोजगार विभाग की ओर से युवाओं को बुलावा पत्र भेजे गए, लेकिन जिले के मायलावास गांव के एक युवक को शिविर का समापन होने के करीब बीस दिन बाद बुलावा पत्र मिला। इनका कहना है शिविर कब लगा पता ही नहीं चला। बुलावा पत्र भी अब मिला है। समय पर शिविर की जानकारी मिली होती तो शायद मुझे भी किसी कम्पनी में नौकरी का मौका मिलता। -विरेन्द्र कुमार, युवक -हमारे पास पत्र पहुंचते ही उसी दिन डाक पहुंचा दी जाती है। सरकारी पत्रों का तो विशेष ध्यान रखा जाता है। यह पत्र हमारे पास शुक्रवार को पहुंचा और उसी दिन संबंघित व्यक्ति क

नृत्य ने मन मोहा

जालोर। भक्त प्रहलाद चौक में भक्त प्रहलाद सेवा समिति के तत्वावधान में आयोजित राज्यस्तरीय महोत्सव में राज्य के अलग-अलग जिलों के नृत्य कलाकर प्रस्तुतियां देकर लोगों का मन मोह रहे हैं। समारोह में कलाकारों के नृत्य को देखने के लिए जिले के कई गांवों के लोगों की भीड उमड रही है। रविवार को चौथे दिन आबू क्षेत्र के वनवासी नृतकों ने अपनी कलाओं का प्रदर्शन कर लोगों का मोहित कर दिया। समारोह स्थल पर आबू क्षेत्र के पुरूष तथा महिला नृतकों ने विभिन्न वेशभूषा पहनकर विरासत की झलक दिखाई तो लोग देखते ही रह गए। महिलाओं तथा पुरूषों की टोली ने एक साथ लीलो मोरियो रे....गीत पर अपनी मनमोहक प्रस्तुति देकर लोगों से खूब दाद लूटी। सेवा समिति के अध्यक्ष बंशीलाल सोनी ने बताया कि यह दल दिल्ली तथा जयपुर में प्रस्तुतियां दे चुका है। इसके बाद पांवों में घुंघरू बांधे स्थानीय गेरियों ने गेर नृत्य के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन कर लोगों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। समारोह में प्रतिदिन अलग- अलग स्थानों से आए कलाकारों की ओर से प्रस्तुतियां दी जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर लोगों की भारी भीड उमड रही है।

ऊंट पालक देवासी

बीकानेर,। राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र में शनिवार को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सहायक महानिदेशक डा. सी.एस. प्रसाद ने देश की पहली उष्ट्र दुग्धशाला डेयरी का शुभारम्भ कर किया। इस डेयरी में कैमल मिल्क सहित उससे जुड़े उत्पाद भी मिलेंगे। मुख्य अतिथि पद से अपने उद्बोधन में बोलते हुए प्रसाद ने कहा कि मरुस्थल का नाम आते ही ऊंट का नाम आता है क्योंकि ये दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। हमने पशु में महत्व को स्वीकार किया। इस संस्थान में cv पर निरन्तर रिसर्च करके नई-नई खोजों को विकसित किया जा रहा है। ये देश की प्रथम ऊंट दुग्ध डेयरी है। अकाल की पुनरावृत्ति, वर्षा की कमी, चारे की कमी से इनकी उपयोगिता में काफी कमी आई है। ऊंटनी गाय के मुकाबले 5 गुना अधिक दूध देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि ऊंटनी का दूध शूगर, टीबी, लीवर की बीमारियों में बड़ा फायदेमंद होता है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्थान में प्रतिवर्ष विदेशी व देशी पर्यटक आते हैं और सऊदी अरब, मिश्र व विश्व के अन्य देशों से लोग यहां रिसर्च करने के लिए आना चाहते हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के डा. एस. बी. एस. यादव ने कह

बड़े नेताओं की नजर सिरोही सीट पर

32 साल बाद सामान्य सीट घोषित होने पर राजस्थान में जालोर (सिरोही) लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के अनेक राष्ट्रीय नेताओं की नजरें इस सीट पर लगी हुई हैं। पूर्व विदेशमंत्री जसवंतसिंह जसोल, उनके पुत्र मानवेन्द्रसिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के बाद अब भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रामदास अग्रवाल भी इस सीट से चुनाव लड़ने के लिए मन बना रहे हैं। अग्रवाल ने राज्यसभा सांसद कोटे से यहाँ पर एक करोड़ के विकास कार्य करवाकर अपनी दावेदारी का मार्ग खोला है। जसवंतसिंह ने भी हाल में 50 लाख रुपए के विकास कार्य सांसद कोष से स्वीकृत किए हैं। 1952 से 2008 तक के 56 साल के इतिहास में इस सीट पर सामान्य वर्ग का स्थानीय नेता सांसद नहीं बन सका। इस कारण इस बार पूरे संसदीय क्षेत्र मे स्थानीय 'सपूत' को उम्मीदवार बनाने की माँग भाजपा व कांग्रेस में जोरों से चल रही है तथा मतदाताओं का भी मन स्थानीय उम्मीदवार को टिकट दिलाने का साफ-साफ दिखाई दे रहा है। 1952 में अजितसिंह, 1957 में सूरजरतन धमानी, 1962 में हरीश चन्द्र माथुर, 1967 में उद्योगपति देवकीनंदन पाटोदिया व 1971 में एनके सांगी यहाँ से जनरल सीट के रुप में स

प्रशासन-किसान आमने-सामने

सांचौर। नर्मदा परियोजना के तहत जालोर व आहोर कस्बे को पानी उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से तैतरोल में प्रस्तावित फिल्टर प्लांट के निर्माण को लेकर एक बार फिर जिला प्रशासन और किसान आमने-सामने हो गए हैं।शुक्रवार शाम तैतरोल पहुंचे कलक्टर एसएस बिस्सा ने परियोजना के अघिकारियों को भूमि अघिग्रहित कर निर्माण कार्य शुरू करने के आदेश दिए हैं, वहीं किसान इस जिद पर अडे हैं कि वे बगैर उचित मुआवजे किसी भी कीमत पर अपनी भूमि पर कब्जा नहीं होने देंगे। तैतरोल में भूमि अघिग्रहण का काम पूरा नहीं होने के कारण परियोजना का काम करीब डेढ साल से अघिक लम्बित हो गया है। तैतरोल में फिल्टर प्लांट व डिग्गी का निर्माण होने के बाद ही आगे का काम पूरा हो पाएगा। इस वजह से परियोजना के तहत काम कर रही कंपनी को भी पिछले काफी समय से ग्रामीणों का अवरोध झेलना पड रहा था। यहां तक कि जलदाय विभाग के अघिकारियों को भी किसानों ने कई बार खाली हाथ लौटा दिया। तैतरोल में जमीन नहीं मिलने से अटके काम को शुरू करने के लिए कलक्टर एसएस बिस्सा ने शुक्रवार को गांव का दौरा किया। उन्होंने किसानों से समझाइश का भी प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी मांग पर अडे

धनजी देवासी