रटते रहते हैं "वसुंधरा"!

पाली। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रोजाना बेतुके आरोप लगाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आडे हाथों लेते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जब से सत्ता संभाली है, उन्हें वसुंधरा राजे के अलावा और कोई दिखाई ही नहीं देता। पांच करोड की जनता में वे उनका ही नाम जपते हैं। कभी कहते हैं पांच हजार करोड खाए तो कभी कहते हैं बाईस हजार करोड खाए।

अरे! इतना तो सोचो, पैसे खाए होते तो पचास साल में जितना काम नहीं हुआ इतना पांच साल में होता क्याक् वे शनिवार शाम पाली संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी पुष्प जैन के समर्थन में सूरजपोल चौराहे पर आयोजित सभा को सम्बोधित कर रही थीं। अठारह मिनट के सम्बोधन में उन्होंने कहा कि ऎसे आरोप लगाने वाले अपने गिरेबां में झांककर देखें तो पता चल जाएगा कि किसने कितना खाया। उन्होंने मुख्यमंत्री पर ओछी राजनीति व ओछी भाषा पर उतरने का आरोप लगाया।

वर्तमान कांग्रेस सरकार पर बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाओं के प्रति अनदेखी करने तथा विकास कार्यो को ठप करने का आरोप लगाया। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू की गई महिला उत्थान व जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने के लिए सरकार की जोरदार खिंचाई की। उन्होंने कहा कि यह कैसा राज जिसके तीन माह के कार्यकाल में ही छह बार पर्चे आउट हो गए। पचास हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं। सरकारी कर्मचारियों का हार्ड ड्यूटी एलाउंस बंद कर दिया। नरेगा श्रमिक भुगतान को तरस रहे हैं। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ के श्रमिकों ने तो काम ही नहीं करने का निर्णय कर लिया है।

सरकार ने राज को मजाक बना दिया है। राजे ने कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली तब खजाने में कुछ नहीं था। नतीजतन उन्हें सत्तासीन होते ही फीते काटने का सौभाग्य हासिल नहीं हुआ। गहलोत ने सत्ता की बागडोर संभालते ही रोजाना फीते काटने शुरू कर दिए। अपने कार्यकाल में हुए विकास कार्य गिनाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने इतने निर्माण कार्य करवाए कि मुख्यमंत्री एक साल तक रोजाना फीते काटते रहे तो भी कम नहीं पडेंगे। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी बनाने का आह्वान करते हुए भरोसा जताया कि पुष्प जैन इस बार हैट्रिक करेंगे।

केसरियां-हरी साडी
पूर्व मुख्यमंत्री राजे भाजपा के ध्वज के समान केसरिया व हरे रंग की साडी पहनकर आर्ई। साधारण महिला के समान आचरण और सादगी देखकर महिलाएं उनकी कायल हो गई। कई महिलाओं ने उन्हें देखकर कहां "आ तो अपरो ज्यूं ही रेवे दिखे"। उनका मंच पर जोरदार स्वागत किया गया। भाजपा प्रत्याशी पुष्प जैन ने गुलदस्ता भेंट कर व चूनडी ओढाकर तथा विधायक पारख ने दुपट्टा भेंट कर उनका स्वागत किया। उन्होंने उम्मीदवार जैन को साफा बांधकर तीसरी बार जीत का विश्वास दिलाया।

पाण्डाल पड गया छोटा
सूरजपोल पर सभा के लिए बनाया गया पाण्डाल लोगों के हुजूम के कारण छोटा पड गया। सभा शुरू होने से पहले दोपहर में अतिरिक्त टेंट लगाकर पाण्डाल की लम्बाई बढानी पडी। इसके बावजूद कई लोगों को अस्पताल की दीवार और दुकानों पर बनी चबूतरियों पर बैठना पडा।

"जब प्यार किया तो डरना क्या..."
चुनावी सभा में जुटी भीड देख प्रसन्न हुई पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जब गुजरे जमाने की सुपरहिट फिल्म मुगल-ए-आजम के एक सदाबहार नगमे का मुखडा "जब प्यार किया तो डरना क्या..." सुनाया तो पांडाल तालियों की गडगडाहट से गूंज उठा। उन्होंने कहा कि जब इतने लोगों का भाजपा से प्यार हो गया है तो डरने की कोई बात ही नहीं है। अब वे दावे के साथ कह सकती हैं कि चुनाव में पुष्प जैन जीत की हैट्रिक बनाएंगे। उन्होंने ललकारते हुए कहा कि कौन है माई का लाल जो हैट्रिक बनाने से रोक सके।

(अ) शोक राज नहीं तो क्या!
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदत्तर हो चुकी है। तीन माह में फायरिंग की तीन घटनाएं हो गई। अपहरण, बलात्कार, बç“ायों के साथ बलात्कार, अस्थियों तक की चोरी, महज 85 सैकेंड में नौ लाख की चोरी जैसी घटनाएं हो रही है। ऎसे में उन्होंने राज को (अ)शोक राज की संज्ञा दे दी तो क्या बुरा कह दिया, लेकिन मुख्यमंत्री दुखी हो गए। इसमें दुखी होने की क्या बात है। जो लोग काम नहीं कर सकते, वे दूसरों पर क्यों अंगुली उठाएं।

पेन में स्याही नहीं!
सभा को सम्बोधित करते हुए प्रत्याशी जैन ने भी अपनी चिर परिचित मुद्रा में चुटकी लेते हुए कहा कि नदियों को परस्पर जोडने की योजना के सिलसिले में प्रदेश के अन्य सांसदों के साथ वे प्रधानमंत्री से मिले तो प्रधानमंत्री ने कहा कि वे भी योजना को मंजूर तो करना चाहते हैं। इस पर जैन ने उनसे कहा कि तो फिर कीजिए दस्तखत। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे दस्तखत करना चाहते हैं और पेन भी है, लेकिन पेन में स्याही नहीं है। मसलन फंड नहीं है।

झलक पाने की बेताबी
पूर्व मुख्यमंत्री राजे की झलक पाने के लिए लोग बेताब रहे। पुलिस लाइन के भीतर महिलाएं राजे को घूंघट की ओट से देखती नजर आई। गाडियों के काफिले के गुजरने वाले मार्ग के दोनों तरफ लोगों की खासी भीड रही।

पैर छूकर आशीर्वाद
हेलीकॉप्टर से उतरते ही विधायक ज्ञानचंद पारख, नरेश ओझा सहित कई भाजपाइयों ने उनसे आशीर्वाद लिया। नोताभाई को देखकर पूर्व मुख्यमंत्री ने पहले उनके चरण स्पर्श किए, बाद में उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।

इन्होंने किया सम्बोधित
चुनाव समन्वयक राज के. पुरोहित, पूर्व मंत्री रामनारायण डूडी, सुरेन्द्र गोयल, राजेन्द्र गहलोत, विधायक पुष्पेंद्रसिंह, ज्ञानचंद पारख, संजना आगरी, केसाराम चौधरी, ओटाराम देवासी (सिरोही), कमसा मेघवाल (भोपालगढ), पार्टी नेता नारायणसिंह बेडा, नाहरसिंह जोधा, शंकरसिंह राजपुरोहित समेत कई नेताओं ने सभा को सम्बोधित किया।

सदस्यता ग्रहण की
सभा में ओसियां के पूर्व सरपंच और भाजशपा के टिकट से विधायक का चुनाव लड चुके रामसिंह राठौड ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। उनका पूर्व मुख्यमंत्री ने माला पहनाकर बहुमान किया।

जैन ने नामांकन दाखिल किया
लोकसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही पहले दिन शनिवार को पाली सीट से भाजपा प्रत्याशी पुष्प जैन तथा जालोर सीट से दो निर्दलीय प्रत्याशी सुखराज पुरोहित व श्रीमती शांति परमार ने नामांकन दाखिल किए। पाली से भाजपा प्रत्याशी, पाली विधायक ज्ञानचंद पारख, सोजत विधायक श्रीमती संजना आगरी, बिलाडा विधायक अर्जुनराम व पार्टी प्रदेश मंत्री गंगासिंह राजपुरोहित के साथ दोपहर 2.25 बजे कलक्ट्रेट पहुंचे।

वहां भाजपा जिलाध्यक्ष व मारवाड जंक्शन विधायक केसाराम चौधरी के लिए पांच मिनट इंतजार करने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष नामांकन पेश किया। नामांकन पत्र की जांच करवाने के बाद 2.45 बजे जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष पर्चा प्रस्तुत किया। इस बीच जिलाध्यक्ष, बाली विधायक पुष्पेंद्रसिंह व सिरोही विधायक ओटाराम देवासी भी वहां पहुंच गए। नामजदगी दाखिल करने के बाद सीधे सूरजपोल पर आयोजित चुनावी सभा में पहुंचे। जिला कलक्टर डा. पृथ्वीराज, अतिरिक्त जिला कलक्टर अरूण पुरोहित व उपखंड अधिकारी भरतकुमार शर्मा व नामांकन की जांच के लिए अन्य कर्मचारी ग्यारह बजे ही कलक्ट्रेट पहुंच गए थे।

हुए अंदर-बाहर
आचार संहिता का उल्लंघन न हो, इसके लिए प्रत्याशी ने कलक्ट्रेट पहुंचते ही एक पुलिस अधिकारी से अनुरोध की भाषा में कहा कि पांच जने कक्ष में जाएंगे और अन्य किसी को भीतर नहीं आने दिया जाए। इसके बावजूद नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष, सिरोही व बाली विधायक भीतर चले गए तो प्रदेश मंत्री व दो जनप्रतिनिधि बाहर निकल आए।

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