पेयजल समस्या से त्रस्त सरनाऊ के विद्यार्थी
पेयजल समस्या से त्रस्त सरनाऊ के विद्यार्थी
तीन चार माह से नहीं हो रही माध्यमिक विद्यालय में पेयजल आपूर्ति, पेयजल और पोषाहार के लिए टैंकरों से करवानी पड़ती है जलापूर्ति
सरनाऊ गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पेयजल किल्लत से विद्यार्थी परेशान हैं। हालांकि इस विद्यालय के टांके में पानी की आपूर्ति के लिए कनेक्शन लिया हुआ है, लेकिन पिछले तीन-चार माह से जलापूर्ति नहीं हो रही है। इस स्थिति में विद्यालय के अधिकांश छात्र घर से पानी की बोतलें साथ लेकर स्कूल आते हैं।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र का सरनाऊ गांव सांकड़ स्थित पेयजल स्कीम से जुड़ा हुआ है। इसके बावजूद नियमित जलापूर्ति के अभाव में विद्यालय में टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ता है। राज्य सरकार द्वारा कराड़ों रुपए की योजना द्वारा टंकियां व जीएलआर बनाने के बाद भी विद्यार्थियों व ग्रामीणों को समय पर पानी नसीब नहीं हो रहा है। गांव में जलदाय विभाग की बनी अधिकांश टंकियों में पानी नहीं आने से लंबे समय से खाली पड़ी है। इधर, मानसून की बेरुखी स्थिति और भी बिगाड़ रही है। पानी के अभाव में पशु पालक भी परेशान हैं। पेयजल की विकट समस्या को देखते हुए विद्यार्थियों व ग्रामीणों में प्रशासन व जलदाय विभाग के खिलाफ भारी रोष है।
आसमान तले बन रहा है पोषाहार : सरनाऊ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पोषाहार खुले आसमान के तले बन रहा है। ऐसे में पोषाहार की गुणवत्ता पर सवालिया निशान है। जानकारी के अनुसार क्षेत्र के सरनाऊ स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पोषाहार बनाने के लिए विद्यालय में रसोई घर की व्यवस्था नहीं होने से यह स्थिति बन रही है। पोषाहार के लिए मिट्टी पर ही चूल्हा बनाया हुआ है, जिससे हवा चलने पर पोषाहार में धूल और कचरा भी गिर जाता है। इधर, राज्य सरकार विद्यालयों में पोषाहार के लिए रसोई घर बनाने के लिए बजट भी आवंटित करवा रही है, लेकिन सरनाऊ के विद्यालय में अभी तक रसोई घर नहीं होने से आसमान तले पोषाहार बनाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
धनजी देवासी सरनाऊ
ग्राम पंचायत सरनाऊ